Salempur । देशभर में पड़ रही तेज गर्मी और लू के चलते लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। ऐसे में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। चिकित्सकों का कहना है कि थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार जब शरीर का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर पहुंच जाता है तो व्यक्ति हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकता है। यह स्थिति मस्तिष्क, हृदय, किडनी और मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकती है।
क्या हैं हीट स्ट्रोक के लक्षण?
- तेज बुखार,
- चक्कर आना,
- भ्रम की स्थिति,
- त्वचा का लाल और शुष्क होना,
- सांस लेने में कठिनाई
ऐसे करें बचाव:
सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में निकलने से बचें।अधिक से अधिक पानी और तरल पदार्थ का सेवन करें।हल्के रंग के, सूती और ढीले कपड़े पहनें।
शरीर को ठंडा रखने के लिए गीले कपड़े से शरीर को पोंछें या ठंडी जगह पर रहें।
किन लोगों को है अधिक खतरा?

विशेषज्ञों का कहना है कि बुजुर्ग, छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और पहले से बीमार लोग हीट स्ट्रोक के अधिक शिकार हो सकते हैं। ऐसे लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
डॉक्टर की सलाह:
डॉ. अशोक कुमार (आंतरिक रोग विशेषज्ञ) के अनुसार,”अगर किसी व्यक्ति को हीट स्ट्रोक हो गया है तो उसे तुरंत छायादार स्थान पर लाएं, उसके कपड़े ढीले करें और ठंडा पानी पिलाएं। स्थिति गंभीर लगे तो तुरंत अस्पताल ले जाएं।”
नोट:
गर्मी को हल्के में न लें। खुद भी सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें। सही समय पर उठाए गए कदम आपकी और आपके परिवार की जान बचा सकते हैं।