देवरिया, 8 अगस्त।
संस्कृत भारती, जनपद देवरिया द्वारा मनाए जा रहे संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत आज जनपद के विभिन्न विद्यालयों में संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया।
कार्यक्रम एवं नगर संयोजक फणीन्द्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को 12 अगस्त को होने वाले समापन समारोह में सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाएगा।
ज्ञान परंपरा और शिक्षण विधि पर व्याख्यान
संस्कृत सप्ताह की कार्यक्रम श्रृंखला में आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के सभागार में “भारत की ज्ञान परम्परा एवं शिक्षण विधि” विषय पर व्याख्यान आयोजित हुआ।

संस्कृत भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री प्रमोद पण्डित ने कहा कि प्राचीन भारत की शिक्षण विधि छात्र के चित्त को केंद्र में रखती थी, जिससे यह अत्यंत सफल सिद्ध होती थी। इस पद्धति में छात्र की रुचि के अनुसार शिक्षा दी जाती थी।
उन्होंने यह भी कहा कि प्राथमिक शिक्षक की भूमिका छात्र के जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि शिक्षक के चरित्र और ज्ञान की छाप विद्यार्थी के मन में जीवनभर रहती है।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य
इस अवसर पर डॉ. प्रकाश झा (प्रांत मंत्री), डॉ. दुर्गेश पाण्डेय (विभाग संयोजक), फणीन्द्र मणि (नगर संयोजक), सतीश मिश्र, डॉ. परशुराम (प्रवक्ता, डायट), पवन जी, आशुतोष जी, शिखर जी सहित संगठन के कार्यकर्ता, शिक्षकगण एवं शिक्षा जगत से जुड़े अन्य लोग उपस्थित रहे।
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